कौशीतकी उपनिषद् का अर्थ
[ kaushiteki upenised ]
कौशीतकी उपनिषद् उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- मुख्य उपनिषदों में से एक :"कौशीतकी उपनिषद् ऋग्वेद से संबंधित है"
पर्याय: कौशीतकी उपनिषद, कौशीतकी
उदाहरण वाक्य
- कौशीतकी उपनिषद् ( ४) में प्रसिद्ध विद्वान् गार्ग्यवालाकि और काशियों केविद्वान राजा अजातशत्रु के वाद-विवाद के विषय में एक प्रसिद्ध कथा लिखी हैं.
- गोपथ ब्राह्मण और कौशीतकी उपनिषद् में मत्स्य काउल्लेख मिलता है और उसके राजा ध्वसन द्वैतवन का परिगणन उन राजाओं मेंकिया गया है जिन्होंने अश्वमेध यज्ञ का अनुष्ठान किया था .
- कौशीतकी उपनिषद् में कहा गया है कि ' आत्मा अपने कर्म और विद्या के अनुसार कीट , पतंगा , मत्स्य , पक्षी , बाघ , सिंह , मानव , सर्प या अन्य किसी प्राणी के रुप में जन्म लेता है।